वसंत

डॉ. सुशील कुमार शर्मा (अंक: 197, जनवरी द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

पीले वसंत फूल
उमंगी सिहरनों में
टपकता मधुमास
उमगता हरसिंगार
प्रकृति के कैनवास में
रंजित सा रंगित पलाश
प्रणय भिक्षुक
आज क्यों अमलतास? 

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