कुण्डलिया - डॉ. सुशील कुमार शर्मा - नवसंवत्सर

01-04-2023

कुण्डलिया - डॉ. सुशील कुमार शर्मा - नवसंवत्सर

डॉ. सुशील कुमार शर्मा (अंक: 226, अप्रैल प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

पिंगल संवत्सर प्रवर, हुआ आज प्रारम्भ। 
ख़ुशियों से अम्बर भरा, मिटे कलुष मन दम्भ॥
मिटे कलुष मन दम्भ, नवागत का अभिनंदन। 
नवल सृष्टि आरम्भ, प्रकृति का शत शत वंदन। 
नव संवत्सर भोर, भरे ख़ुशियों से आँचल। 
मधुमंगल सन्देश, बाँटता संवत पिंगल॥
 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

काव्य नाटक
कविता
गीत-नवगीत
दोहे
लघुकथा
कविता - हाइकु
नाटक
कविता-मुक्तक
वृत्तांत
हाइबुन
पुस्तक समीक्षा
चिन्तन
कविता - क्षणिका
हास्य-व्यंग्य कविता
गीतिका
सामाजिक आलेख
बाल साहित्य कविता
अनूदित कविता
साहित्यिक आलेख
किशोर साहित्य कविता
कहानी
एकांकी
स्मृति लेख
हास्य-व्यंग्य आलेख-कहानी
ग़ज़ल
बाल साहित्य लघुकथा
व्यक्ति चित्र
सिनेमा और साहित्य
किशोर साहित्य नाटक
ललित निबन्ध
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में