कुण्डलिया - डॉ. सुशील कुमार शर्मा - मानस

15-08-2022

कुण्डलिया - डॉ. सुशील कुमार शर्मा - मानस

डॉ. सुशील कुमार शर्मा (अंक: 211, अगस्त द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

(तुलसी जयंती पर विशेष)

1.
पावन मानस की कथा, शुभ्र अमिय का रूप। 
जीवन का संतोष धन, हरती सब विद्रूप। 
हरती सब विद्रूप, पाप से मुक्त कराती। 
मानवता सन्देश, कुटिलता को हरवाती। 
करती सब कुछ शुद्ध, सत्य का कर आवहान। 
है अद्भुत ये ग्रंथ, सरस अति सुंदर पावन। 

2.
तुलसी ने मानस लिखी, काव्य गुणों से युक्त। 
आदर्शों की संहिता, करती मन को मुक्त। 
करती मन को मुक्त, राज का धर्म बताती। 
ज्ञान भक्ति वैराग्य, सदाशय को अपनाती। 
दे तुलसी को जन्म, ख़ुशी से फूली हुलसी। 
देकर मोक्ष सुमार्ग, अमर हैं मानस तुलसी। 

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