अपना नाम पता

01-07-2025

अपना नाम पता

हेमन्त कुमार शर्मा (अंक: 280, जुलाई प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

सोचता हूँ, 
अपना, 
नाम पता भूल जाऊँ, 
कुछ देर के लिए। 
चुप, 
बाहर, भीतर
बिल्कुल चुप, 
आँखें मूँद, 
गहरे अँधेरे में डूब जाऊँ। 
कोई ओर न छोर हो। 
आस निरास के दीये बुझे हों। 
गहन भीतर अपने, 
शान्त सब हों सपने। 
विलग सब विचारों से, 
धीर अपने स्वरूप में स्थित। 

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