मेरी बात का भरोसा करो

15-10-2024

मेरी बात का भरोसा करो

हेमन्त कुमार शर्मा (अंक: 263, अक्टूबर द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

मेरी बात का भरोसा करो, 
ऐसे ही न तुम कोसा करो। 
 
मेहनत का रिज़्क है सही, 
पराई चीज़ न खोसा करो। 
 
ख़ुदा ने सोचा है तेरे लिए, 
उस से न मुँह मसोसा करो। 
 
स्नेह की चाशनी हो ज़ुबान, 
लफ़्ज़ों को यों परोसा करो। 
 
अपनों की यही है फ़ितरत, 
ज़्यादा न तुम सोचा करो। 

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