देव भी मन्दिर से चले गए हैं

15-08-2025

देव भी मन्दिर से चले गए हैं

हेमन्त कुमार शर्मा (अंक: 282, अगस्त प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

इतना शोर सहने के लिए, 
शिव से प्रार्थना करने गए थे। 
अनन्त काल से यही रीत, 
शिव पर जाते हो कर भीत। 
 
देखा शिव भी डीजे की आवाज़ से त्रस्त थे, 
मन्दिर के लाउडस्पीकर से अस्त-व्यस्त थे। 
 
‘ध्यान में बैठता हूँ तभी स्पीकर सब ओर से, 
डीजे ने निद्रा रहित कर दिया परसों भोर से।’
शिव ने अपनी समस्या रखी। 
 
‘प्रभु, कुछ तो कीजिए हमारी अर्ज़ी लीजिए।’
 
शिव ने कहा—
‘मैं स्वयं मन्दिर छोड़ चला हूँ, 
कैलाश पर भ्रमण को।’ 
 
देव भी मन्दिर छोड़ चले हैं। 

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