अभी वनवास की तैयारी है

01-11-2025

अभी वनवास की तैयारी है

हेमन्त कुमार शर्मा (अंक: 287, नवम्बर प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

नगर के शिष्टाचार, 
नहीं बने व्यवहार। 
प्रिय गाँव का आहार, 
चिड़ियों की कलरव प्यारी है, 
अभी वनवास की तैयारी है। 
 
जैसा बन के जीवन जीना था, 
देखो, परन्तु विष ही पीना था। 
ताश नहीं खेली
फिर भी बाज़ी हारी है। 
अभी वनवास की तैयारी है। 
 
नगर वन तक आ पहुँचा, 
भीड़ का विराना, 
और छुपना भीतर अपने, 
एक बादल ने आँखों को सींचा। 
सफ़ाचट किये जंगल, 
और बिल्डिंगें धरा पर उतारी हैं, 
अभी वन वास की तैयारी है? 

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