साधारण रंग नहीं है यह
हेमन्त कुमार शर्मा
साधारण रंग नहीं है,
पिय का रंग है यह।
बादल बरस रहे हैं,
पिय का ढंग है यह।
कष्टों की धूप बढ़ी,
पिय का संग है यह।
सब पेड़ काट दिए,
सड़क तंग है यह।
मित्र सारे काफ़ूर हुए,
किसी ने कहा नंग है यह।
उसने शादी कहा था,
पर पाया जंग है यह।
किसानों की बात उठाई थी,
अध्यक्ष ने कहा सदन भंग है यह।
पुराने नेता लड़की छेड़ते पकड़े गए,
कहा नई उमंग है यह।
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