शान्ति नववर्ष

15-01-2025

शान्ति नववर्ष

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 269, जनवरी द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

नया साल नया पैग़ाम लाया
नफ़रत के बग़ीचे में
मोहब्बत का गुलाब खिलाया।
  
छोड़ चुके हैं जो हमें
उनको भी हमारा
मुस्कुराना याद आया। 
 
जलते हैं जो हमारे कार्य से
उनको भी हमारा
क़ाबिल किरदार याद आया। 
 
हार चुके हैं जो जीवन से
उनको भी अपना कोई
ज़िंदादिल यार याद आया। 
 
थक चुके है जो
निज के युद्ध से
उनको भी शान्ति का
पैग़ाम याद आया। 
 
नया साल विश्व शान्ति की
अद्भुत सौग़ात लाया। 

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