तेरी तलाश में

15-07-2022

तेरी तलाश में

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 209, जुलाई द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
तेरी अनकही बातों में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
तेरी ख़ामोश हुई चुपी में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
इन बरसती हुई बरसातों में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
इन मख़मली सी शामों में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
इन बहती हुई हवाओं में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ 
 
इन गुमशुम रातों में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
तुम से हुई मुलाक़ातों में, 
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ
 
तुम से हुई छोटी-छोटी बातों में,
मैं आज भी तुमको ढूँढ़ता हूँ 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

कविता
नज़्म
बाल साहित्य कविता
सामाजिक आलेख
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में