बताओ ज़रा

15-02-2021

बताओ ज़रा

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 175, फरवरी द्वितीय, 2021 में प्रकाशित)

एक बात बताओ
किसी की अंतरात्मा को
पीड़ित करके
कितना सुकून
मिल रहा है तुमको ?
ज़रा सोच कर बताओ
तुम्हें बात करना तो
कभी आया नहीं,
मगर किसी की अंतरात्मा को
प्रताड़ित करना
तुमने कहाँ से सीखा?
शायद तुम अपने अहम में
भूल चुके हो कि जिस हर की
हर रोज़ पूजा करते हो,
वो हर
हर हृदय में वास करता है।
क्या आपकी सोच में वो हर
किसी की आत्मा को
प्रताड़ित करने पर
ज़्यादा ख़ुश होते हैं क्या?

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