कृष्ण पथ

01-11-2023

कृष्ण पथ

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 240, नवम्बर प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

प्रेम पथ पर
मुझे भी चलना है
चल कान्हा मुझे भी
अब तेरे संग चलना है। 
 
रँग जाऊँ
तेरे रंग में साँवरिया
ऐसा प्रेम अब
मुझे भी तुमसे करना है। 
  
मिट जाए अब
मन की हर अभिलाष
मुझे भी तेरे संग
ऐसा योग नाद करना है। 
 
अपने पराये का भेद
मुझे भी अब नहीं करना है
सुनकर तुमसे गीता का ज्ञान
अब महा ध्यान करना है। 

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