वजह

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 225, मार्च द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

मेरे चेहरे की
रौनक़ की वजह तुम हो। 
मेरे लबों पर
आई मुस्कुराहट की वजह तुम हो। 
मेरे दिल की
हसरत की वजह तुम हो। 
मेरे मन में आए
एहसासों की वजह तुम हो। 
मेरे गालों में आई
रंगत की वजह तुम हो। 
मेरे हृदय में आये
जज़्बातों की वजह तुम हो। 
मेरे होंठों पर गुनगुनाते
गीतों की वजह तुम हो। 

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