दोस्ती

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 256, जुलाई प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

दोस्ती का एक
नया रिश्ता बनाएँगे। 
महबूब से ज़्यादा
आपको चाहेंगे। 
 
जिस्मों के बाज़ार में
आपकी रूह से
रिश्ता बनाएँगे। 
 
रूठ गया
अगर वक़्त तो
उसको भी
आपके लिए मनाएँगे। 
 
छोड़ जाएगा जब
आपके अपने
तो भी हम
दिल से रिश्ता निभाएँगे। 

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