एक दिन

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 206, जून प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

एक दिन महोब्बत
तुम को भी होगी। 
एक दिन चाहत
तुम को भी होगी। 
 
एक दिन एहसास
तुम को भी होगा। 
एक दिन वफ़ा
तुम को भी रास आएगी। 
 
एक दिन दर्द
तुम को भी होगा। 
एक दिन बेवफ़ाई
तुमको भी खाएगी। 
 
एक दिन दिल
तुम्हारा भी तड़पेगा। 
एक दिन तनहाई
तुम्हें भी सताएगी। 

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