एक नई दीपावली

01-11-2021

एक नई दीपावली

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 192, नवम्बर प्रथम, 2021 में प्रकाशित)

छाई हैं नफ़रतें हर जगह
आओ मिलकर
मोहब्बत का
एक नया गीत गाएँ।
 
छाया है अविश्वास का
घना अंधकार
यहाँ हर जगह,
आओ मिलकर
विश्वास का एक नन्हा सा
दीया जलाएँ।
 
छाया है मृत्यु का
तांडव यहाँ हर जगह,
आओ मिलकर
नव जीवन का संचार करें।
 
छाया है महामारी का
प्रकोप यहाँ हर जगह
आओ मिलकर
स्वस्थ जीवन के लिए
ईश्वर के आगे
मिलकर पुकार करें।

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