नए साल

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 220, जनवरी प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

नए साल में
एक नए युग का
आग़ाज़ होगा। 
 
महाकाल महाकाली
के भक्तों का
जय-जयकार होगा। 
 
छाया था जो
जीवन में घोर अंधकार
उसमें भी
प्रकाश होगा। 
 
हार चुके हैं
जो हम दाँव
उसमें भी
जीत का आयाम होगा। 
 
करते हैं जो
हमसे नफ़रत
नए साल में
उनको भी
हमसे प्यार होगा। 

0 टिप्पणियाँ

कृपया टिप्पणी दें

लेखक की अन्य कृतियाँ

कविता
नज़्म
बाल साहित्य कविता
सामाजिक आलेख
विडियो
ऑडियो

विशेषांक में