मेरा बचपन

01-01-2025

मेरा बचपन

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 268, जनवरी प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

भूला बिसरा बचपन याद आता है 
अबोहर की गलियों में 
खेला हुआ बचपन याद आता है। 
 
नई आबादी का दुर्गा माँ का 
सुंदर मंदिर याद आता है। 
गंगानगर रोड का पर माँ काली का 
अद्भुत दरबार याद आता है। 
 
कॉलेज रोड पर खिलखिलाता 
यौवन याद आता है। 
लगड़ी की टिक्की का 
खटा मीठा स्वाद याद आता है। 
 
शहर की गलियों में साथ घूमता 
वफ़ादार दोस्त याद आता है। 
मुझे मेरा बचपन ही नहीं 
मेरा शहर अबोहर याद आता है। 

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