श्री सिद्धिविनायक स्तुति

15-04-2022

श्री सिद्धिविनायक स्तुति

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 203, अप्रैल द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

हे  ऋद्धि  सिद्धि  के ममदाता
तुम ही  हो  मेरे भाग्य विधाता
पूर्ण   करो  प्रभुजी सबकाजा
ॐ  गं  गं  गं  गणपति-गणेशा
भक्त तेरा, पड़ा घने—क्लेशा
तुम्हीं  आन  दूर - करो—द्वेषा
ॐ  कं  कं  कं कालिके-नंदन
करूँ  गौरी - सुत  स्नेह  वंदन
भरो  हृदय मेरे ऽ ऽ आनन्दन
ॐ शं  शं  शं शिव  शम्भू प्यारे
भव पार  करो सुरेश्वरम  न्यारे
ॐ   गं- गं- गं-  गजानन देवा
जीवन  में छाया  घना  अँधेरा
सिद्धिविनायक   करो  सवेरा
श्वांस  श्वांस  तुम्हरे गुण  गाऊँ
जोई  जोई  माँगूँ सो  ही  पाऊँ
राजीव  डोगरा   के  हो  प्यारे
भाग्य - विधाता   पालन   हारे
गं  गं  गं  गं  गणपति विधाता
दूर  हो दुःख जो तेरे गुणगाता

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