मावठा

राजीव डोगरा ’विमल’ (अंक: 268, जनवरी प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

सर्दी की पहली बरसात 
उपवन में छाई 
महीनों के बाद बाहर। 
 
छाई हरियाली खेतों में
और छिटकी सूर्य की 
पहली लाल किरण 
बाग़ों में। 
 
दूर वनों में पसरा 
गहरा कोहरा और 
घरों में गर्माहट कर रहा 
काला कोयला। 
 
हिमपात हो रहा पहाड़ों पर
और बह रहा
शीतल स्वच्छ जल 
नदी नलों में। 
 
मावठा= शीत ऋतु की वर्षा (आंचलिक शब्द)

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