होली है भई होली है

15-03-2025

होली है भई होली है

मधु शर्मा (अंक: 273, मार्च द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

रंगो का त्योहार है होली, 
लेकिन रंगों में भेद-भाव नहीं, 
किसी भी जाति के हों, 
मनाएँ आप, कोई दबाव नहीं। 
 
भाँग से परहेज़ भाई हमें, 
लालच लेकिन गुजिया का है, 
क्या कहा! पकौड़ों में भाँग कम, 
स्वाद तो मिरचा का है। 
 
परोस दें फिर तो प्लेट भर, 
एक ही दिन की तो है बात, 
होली है भई होली, सुबह उठकर 
कर लेंगे पश्चाताप! 

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