मधु शर्मा – मुक्तक – 001

15-06-2024

मधु शर्मा – मुक्तक – 001

मधु शर्मा (अंक: 255, जून द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)


(पहाड़ी धुन)

 

1.
तेरी नैया जब डोले, 
डरना न तू कभी
अल्लाह मल्लाह से यह बोले। 
 
2.
दुनिया में आया है, 
खाया-पिया और सो लिया
वक़्त यूँ ही गँवाया है। 
 
3.
घूमा सारा जहान है, 
तैयारी फिर भी नहीं 
सफ़र आख़िरी श्मशान है। 
 
4.
मैं कोई सन्त-फ़क़ीर नहीं
मस्त रहना सीख लिया
आत्मा हूँ, शरीर नहीं। 

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