पूछोगे नहीं? 

15-10-2022

पूछोगे नहीं? 

मधु शर्मा (अंक: 215, अक्टूबर द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

मिले हैं अर्से बाद हाल पूछोगे नहीं? 
पूछने थे ढेरों सवाल, पूछोगे नहीं? 
 
जीत कर भी बाज़ी गये थे हम हार, 
किसने चली थी चाल, पूछोगे नहीं? 
 
गुज़रता न था इक पल भी तुम बिन, 
गुज़ारे कैसे इतने साल, पूछोगे नहीं? 
 
सड़क पे ला खड़ा कर दिया था उसे, 
हो कैसे गया मालामाल, पूछोगे नहीं? 
 
मिलने के आज तो नहीं कोई आसार, 
बात कल पे क्यों दी टाल, पूछोगे नहीं? 
 
होली पर घर में दुबकने वाली वो 'मधु', 
खेले क्यों रंग-ओ-गुलाल, पूछोगे नहीं? 

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