यादें मीठी-कड़वी

15-11-2023

यादें मीठी-कड़वी

मधु शर्मा (अंक: 241, नवम्बर द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

संगीतमय रिमझिम बरखा की
लोरी संग ज्यूँ थपथपी माँ की। 
 
मूसलाधार बारिश का बरसना, 
याद आये बाबूजी का चहकना, 
हो जाये कुछ माल-पुए पकवान, 
हम कहते वर्षा रोज़ हो भगवान। 
 
कड़कती जब भी कभी है बिजली, 
भूलना चाहूँ मैं ढेरों बातें पिछली।

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