यादों का भँवर
मधु शर्मा
1.
अधूरे वादों का,
अँधेरी रातों का,
दिल चीरता रुदन,
चुभन यह घुटन।
मुझे डुबो देगा
भँवर यादों का।
2.
जाल यादों का
बिछता चला गया।
छूटना चाहा जितना
जकड़ता चला गया।
3.
धूमिल यादें
बिन बुलाई मेहमान,
आने दें।
ले जायेंगीं मुस्कान,
ले जाने दें।
4.
ये यादें
याद दिलायें,
कैसे कब
गँवा के सब,
समझ आई जब
आया होश तब।
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