छह टप्पे

मधु शर्मा (अंक: 229, मई द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

कुछ प्रसिद्ध टप्पों की हास्यानुकृति (पैरोडी)
(टप्पा: यह पंजाब के लोकगीतों में से एक प्रसिद्ध विधा है जिसे तीन पंक्तियों में लिखा/गाया जाता है।)
 
1.
कोठों पे* जा माहिया,
बाथरूम-सिंगर न बन,
वहाँ खुलकर गा माहिया।
(*छत पे)
2.
बागे विच* आया करो,
वहाँ योगा-शोगा करके
अपना पेट घुमाया करो।
(*बाग़ में)
3.
बागे विच मोर बोले,
माही घर में कुछ और,
बाहर कुछ और ही बोले।
4.
बैकगार्डन में जा माहिया,
आवाज़ नहीं आ रही है,
वहाँ सिगनल साफ़ माहिया।
5.
गड्डी चल दी है कंडे-कंडे*,
माही घर में शाकाहारी,
बाहर जाकर खाये मीट-अंडे।
(*किनारे-किनारे)
6.
दो पतर* अनारों के,
बेटे ब्याहे गये,
अब मिलें बस त्योहारों पे।
(*पत्ते)

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