उपहार/तोहफ़ा/सौग़ात/भेंट

01-08-2022

उपहार/तोहफ़ा/सौग़ात/भेंट

मधु शर्मा (अंक: 210, अगस्त प्रथम, 2022 में प्रकाशित)

ऐ रात, मेरे दोस्त को एक उपहार देना, 
रोककर तूफ़ान नाव उसकी उबार देना। 
तनहाई से घबराकर लौट न जाए कहीं, 
अँधेरे के अधरों पे मीठी सी पुकार देना। 
 
ऐ रात, मेरे दोस्त को नया तोहफ़ा देना, 
रात की रानी से महकती हुई हवा देना। 
भूले से भटक न जाए अँधेरे में वो कहीं, 
जुगनुओं से कह रोशनी भरी राह देना। 
 
ऐ रात, मेरे दोस्त को ऐसी सौग़ात देना, 
तारों के साथ पूनम का माहताब देना। 
महफ़िल से मेरी जब उठ कर जाए तो, 
ख़ुद को मिटा कर सुनहरी प्रभात देना। 
 
दोस्त, तुम रात को पपीहे सी प्रीत देना, 
भेंट में बदले में उसे गूँजते हुए गीत देना। 
राग हिंडोल सुनाना, राग दीपक सुनाना, 
सुरीली तान में तानसेन सा संगीत देना। 

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