षड्यंत्र

15-01-2024

षड्यंत्र

धीरज ‘प्रीतो’ (अंक: 245, जनवरी द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

प्रकृति ने षड्यंत्र रचा है
पुरुषों को बनाया मर्द, 
पालनहार्ता, कुलश्रेष्ठ, 
कुल का दीपक और 
न जाने क्या क्या . . . 
 महिलाओं को बनाया सिर्फ़ 
योनि, स्तन और नितंब
हालाँकि इन शब्दों को
प्रकृति ने नहीं रचा
रचा है मर्दों ने
अपनी सहूलियत के मद्देनज़र
ताकि रोक सके 
स्त्रियों को मनचाहा काम करने से
मासिक धर्म में मंदिर जाने से
इन पर लांछन लगा सके
छोटे कपड़े पहनने पर
इन्हें ढक सके घूँघट में, पर्दे में
और बुर्क़े में
और टाँग सके रेडलाइट के दरवाज़ों 
और खिड़कियों पर
रख सके इन्हें अपने 
मर्दाना लिंग के नीचे
ताज्जुब नहीं होगा ये जानकर
एक महिला के मन और हृदय
से ज़्यादा पहचानता है उसका मर्द
उसके योनि, स्तन और नितंब को। 

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