नफ़रत के सौदागर

01-11-2024

नफ़रत के सौदागर

धीरज ‘प्रीतो’ (अंक: 264, नवम्बर प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

तुम्हारे दिल में नफ़रत है
तुमसे प्रेम बरदाश्त नहीं होता
तुम प्रेमियों को देख जलभुन जाते हो
तुम मिटाना चाहते हो प्रेम की हर निशानी
तो सुनो, 
प्रथम तुम्हें चाँद गिराना होगा
द्वितीय तुम्हें सूरज बुझाना होगा
तृतीय मिटाना होगा संगीत तुम्हें
चतुर्थ तुम्हें मोरपंखों से छीननी होगी उनकी सुंदरता
पंचम तुम्हें श्री कृष्ण जितना बलवान होना होगा
तत्पश्चात् तुम्हें समस्त प्रेम ग्रंथों को जलाना होगा
तब कहीं जाकर तुम विजयी होगे
बोलो, कर पाओगे? 

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