लड़ते लड़ते

01-05-2024

लड़ते लड़ते

धीरज ‘प्रीतो’ (अंक: 252, मई प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

अपने अपने स्तर पर सभी लड़ रहे हैं
कोई जीतेगा कोई हार जाएगा
महत्त्वपूर्ण है समय से लड़ते रहना
फिर चाहे रोज़गार के लिए या
रोज़मर्रा की ज़रूरतों के लिए
अंत सबका प्रायः एक समान होगा
और फिर
 
हालातों से लड़ते लड़ते 
सभी लड़कों को एक दिन 
पिता हो जाना है 
और सभी लड़कियों को अम्मा। 

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