बुद्ध

धीरज ‘प्रीतो’ (अंक: 248, मार्च प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

मेरे बुद्ध बनने से पहले
सिद्धार्थ साधारण था
वृक्ष साधारण था
नदी साधारण थी
यशोधरा का त्याग शून्य था
महामाया का त्याग शून्य था
मेरे बुद्ध बनने की प्रक्रिया में 
ये सभी मेरे अंदर थोड़ा थोड़ा मौजूद थे
मेरे बुद्ध बनने के बाद 
ये सभी घटनाएँ असाधारण हो गईं
और ये सभी मुझ में अनंत हो गए। 

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