कौन हो तुम

01-02-2025

कौन हो तुम

धीरज ‘प्रीतो’ (अंक: 270, फरवरी प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

हे देविका, मेरी प्रेमिका
वास्तव में कौन हो तुम? 
किसी देवी की मूर्त हो? 
या फिर सती सावित्री हो तुम! 
मेरे बुद्धत्व को जगा रही
क्या निरंजना हो? या
बोधि वृक्ष हो तुम! 
मुझ में भी अब दिखता है मर्यादित व्यवहार
सच बताओ, क्या राधा हो? या
सिया हो तुम! 
पूर्व की नहीं जानता, किन्तु अब सुंदर हूँ
बताओ? देवी रति हो या
देवी लक्ष्मी हो तुम। 

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