चराग़े-दिल

तेरे क़दमों में मेरा सजदा है
तुझको अपना खुदा बनाया है।
 
जिसकी ख़ातिर ख़ता हुई हमसे
वो ही इल्ज़ाम देने आया है।
 
ख़ुद की नज़रों से गिर गए हैं जो
हमने बढ़कर उन्हें उठाया है।
 
हौसला है बुलंद कुछ इतना
हमने तूफां में घर बनाया है।
 
हमको पूरा यक़ीन था जिसपर
तोड़कर उसने ही रुलाया है।
 
उसने धोका दिया हमें देवी
राज़े-दिल जिसको भी बताया है।

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