तू ही एक मेरा हबीब है
देवी नागरानी
11212 11212
तू ही एक मेरा हबीब है
मेरी धड़कनों के क़रीब है
बड़ी मुश्किलों का है सामना
कि सभी के सर पे सलीब है
मेरे मर्ज़ की है शफ़ा तू ही
तू ही लाजवाब तबीब है
मेरी ख़्वाहिशों में शरीक तू
मेरी ज़िंदगी तू नसीब है
मुझे आज़माते हो बारहा
तेरी कार्रवाई अजीब है
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