ऐ री बंदरिया

15-12-2025

ऐ री बंदरिया

देवी नागरानी (अंक: 290, दिसंबर द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)


ऐ री बंदरिया मेरी
पूँछ कहाँ है तेरी
ढूँढ़ उसे यूँ बाहर भीतर
नींद उड़ी है मेरी
 

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