लीक से परे

15-09-2025

लीक से परे

अभिषेक पाण्डेय (अंक: 284, सितम्बर द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

मैं उस तार से नीचे उतर आया हूँ
जिस पर सभ्यता ने फैला रखी हैं 
तमाम मानव देहें, 
वस्त्रों की तरह 
इंतज़ार में 
किसी प्रकाश के 
किसी हवा के

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