डूबता अंतिम सितारा

15-09-2022

डूबता अंतिम सितारा

अभिषेक पाण्डेय (अंक: 213, सितम्बर द्वितीय, 2022 में प्रकाशित)

रत्नमणियाँ जा रही हैं 
सिमटती रात का आँचल पकड़कर
स्वप्न का संसार ओझल
बोलता दिन फिर अकड़कर
 
सांत्वनाएँ मुँह छिपाती ढूँढ़तीं कोई किनारा
डूबता अंतिम सितारा . . . 
 
कष्टमय है कोष रवि का
जो दिखाता विजन गलियाँ
कल्पना के गेहुंओं की
काटता अधपकी बलियाँ
 
उम्मीद की जर्जर इमारत खोजती फिरती सहारा
डूबता अंतिम सितारा . . . 
  
कितने क़िस्म के जाल फेंके, 
रोकने को किरण की गति 
सूर्य ही जीता मगर पा
मौन विधि की स्वीकृति 
 
ढह गया अंतिम क़िला यह चाँदनी का तेज हारा
डूबता अंतिम सितारा . . .। 

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