दिन और रात 

15-09-2024

दिन और रात 

अभिषेक पाण्डेय (अंक: 261, सितम्बर द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

सोओ! 
दिन में ज़रूर सोओ 
नींद नहीं आती तो भी आँख मूँदकर लेटे रहो 
क्योंकि नहीं देख सकोगे दिन का दिनपना! 
देते रहो सूर्य को अर्घ्य 
करते हो चमक को प्रणाम 
अपनी दिन और रात की अवधारणा को बचा लो! 

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