सिंगल मदर

01-06-2025

सिंगल मदर

निर्मल कुमार दे (अंक: 278, जून प्रथम, 2025 में प्रकाशित)

 

“बैठिए।”

“थैंक्स मैडम।”

“बच्ची की उम्र कितनी है?” 

“पाँच साल।”

“नाम?” 

“सुनीता दास।”

“आपकी बेटी है?” 

“जी, मेरी बेटी है।”

“अपना और बच्ची के पिताजी का नाम बताएँ।” 

“सुजाता दास।”

“पिताजी का नाम बताए, प्लीज़।”

“कहा तो मैडम!”

“मतलब?” 

“मैं सिंगल मदर हूँ।”

“लेकिन स्कूल के नियमानुसार बच्ची के माता और पिता के नाम दर्ज करना ज़रूरी है।”

“संविधान के अनुसार बच्चों के परिचय के लिए माता का नाम ही पर्याप्त है।”

“लेकिन आपको नहीं लगता कि आपकी बच्ची की सामाजिक सुरक्षा में बाधा उत्पन्न हो सकती है, ज़लील होने की आशंका है।”

“नहीं, बिल्कुल नहीं। बेटी से उनके पिताजी का नाम पूछकर तो देखिए।”

“सुनीता! तुम्हारे पिताजी का क्या नाम है?” शिक्षिका ने पूछा। 

“सुजाता दास।”

“ठीक है। वेलकम टू माई स्कूल।”

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