निर्मल कुमार दे – क्षणिका – 003

15-07-2024

निर्मल कुमार दे – क्षणिका – 003

निर्मल कुमार दे (अंक: 257, जुलाई द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

पुल गिरे
दर्जनों गिरे
दूर-दूर तक आवाज़ गई
नेता गिरे, ठेकेदार गिरे
भ्रष्ट अफ़सरों ने चाँदी काटी 
ज़मीर बेच सम्पत्ति कमाई
इसकी चर्चा क्यों नहीं होती? 

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