अन्याय का प्रतिरोध 

01-06-2024

अन्याय का प्रतिरोध 

निर्मल कुमार दे (अंक: 254, जून प्रथम, 2024 में प्रकाशित)

 

तूने दी बंदूक उसे
कि रक्षा होगी तेरी
पर, अफ़सोस जनतंत्र में भी 
जानें जाती तेरी। 
 
करे वो अन्याय फिर भी सही है
बंदूक है, क़लम पर अधिकार भी
नुमाइंदा तेरा गिरा हुआ
बंद है ज़बान उसकी भी। 
 
कहता हूँ मैं भगत सिंह 
कह रहा सुभाष
करना प्रतिरोध अन्याय का
चाहे बिछ जाये अनगिनत लाश। 

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