सन्नाटा 

15-04-2025

सन्नाटा 

निर्मल कुमार दे (अंक: 275, अप्रैल द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

चुनाव परिणाम आते ही एक अजब-सा सन्नाटा पसर गया था गाँव में। 

आशा के विपरीत था चुनाव का परिणाम। 

लगभग सभी के चेहरे का रंग उतरा हुआ था। 

कुछ लोग भीतर से ख़ुश थे लेकिन वे लोग भी चुप थे। 

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