निर्मल कुमार दे – हाइकु - 002
निर्मल कुमार दे1.
हमारे बापू
आज भी ज़िन्दा हैं
भारत आत्मा।
2.
पूज्य गाँधीजी
अहिंसा के पुजारी
धन्य महात्मा।
3.
दो अक्टूबर
सभी को याद है
तुम्हें नमन।
4.
प्रार्थना सभा
धर्मांध ने हत्या की
अनर्थ हुआ।
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