निर्मल कुमार दे – अपना सफ़र

15-04-2025

निर्मल कुमार दे – अपना सफ़र

निर्मल कुमार दे (अंक: 275, अप्रैल द्वितीय, 2025 में प्रकाशित)

 

अधूरा ही रह जाता अपना सफ़र
अगर तुमसे मिली न होती नज़र
सारे सपने हो गये पूरे अपने
जब बन गए तुम मेरे हमसफ़र। 

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