पहचान 

निर्मल कुमार दे (अंक: 230, जून प्रथम, 2023 में प्रकाशित)

 

दोपहर का समय था। सुनसान सड़क पर एक अधेड़ भिखारी को जाते देखकर अपने घर के बरामदे में बैठे पतिदेव ने कहा, “बड़ा शातिर है यह भिखारी।”

“कैसे?” पत्नी ने पूछा। 

“यह भिखारी जब हिन्दू मोहल्ले में जाता है तो राम के नाम भीख माँगता है और जब मुस्लिम मोहल्ले में जाता है तो अल्लाह के नाम हाथ पसारता है।”

“आख़िर वह ऐसा क्यों करता है? वह हिंदू है या मुस्लिम?” पत्नी ने उत्सुक होकर पूछा। 

पति ने भिखारी को बुलाया और पूछा, “तुम्हारा धर्म क्या है। मतलब तुम्हारा मज़हब क्या है?” 

“हुजूर! एक भूखे इंसान का क्या मज़हब हो सकता है?” भिखारी ने जवाब दिया। 

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