फ़र्क़ 

निर्मल कुमार दे (अंक: 233, जुलाई द्वितीय, 2023 में प्रकाशित)

 

“देखो अपने गाँव का अमित पूरे प्रखंड में अव्वल आया है मेट्रिक की परीक्षा में,” दीपक बाबू ने कहा। 

“अरे वाह। रमेश का बेटा बहुत मेहनती है,” पत्नी बोली। 

“फ़ेसबुक पर इस बच्चे की तस्वीर के साथ बधाई संदेश भेज देता हूँ,” दीपक बाबू मोबाइल पर टाइप करते हुए कहा। 

“यह क्या करते हैं आप। मेरा प्रकाश इंटर की परीक्षा में पूरे ज़िले में अव्वल आया था। लेकिन गाँव के किसी ने बधाई नहीं दी, और तो और जब अख़बार में प्रकाश का नाम आया, साथ में फोटो भी तो कुछ लोगों को उल्टी-सीधी कहते आपने भी सुना था। रमेश भी उन लोगों में से था। आप क्यों बधाई देने की सोचने लगे?” 

“फिर लोगों में और मुझमें क्या फ़र्क़ रह जायेगा? तुम्हीं बताओ,” दीपक बाबू ने कहा।

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