निर्मल कुमार दे – हाइकु - 004
निर्मल कुमार दे
1.
बाली उमर
चंचल चितवन
नेह बंधन
2.
पुष्पित वन
वसंत का सौग़ात
हर्षित मन
3.
अल्हड़ बाला
अंजुरी भर गुलाल
रक्तिम गाल
0 टिप्पणियाँ
कृपया टिप्पणी दें
लेखक की अन्य कृतियाँ
- कहानी
 - सांस्कृतिक कथा
 - कविता - हाइकु
 - 
              
- कुहासा
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 001
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 002
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 003
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 004
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 005
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 006
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 007
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - 008
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - माँ – 001
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - होली – 001
 - निर्मल कुमार दे – हाइकु - होली – 002
 
 - कविता
 - 
              
- अन्याय का प्रतिरोध
 - अपना देश
 - अरुण यह मधुमय देश हमारा
 - आत्मग्लानि
 - आसमानी क़िला
 - आज़ादी
 - एक अहसास
 - कायर
 - किराए का टट्टू
 - चौराहा
 - जनतंत्र के प्रहरी
 - जिजीविषा
 - जीना इसी का नाम है
 - तुम नहीं आए
 - तुम्हारा ख़त
 - तुम्हारा ख़त
 - तेरा प्रतिबिंब
 - नेताजी की चुनौती
 - परिभाषाएँ बदल रही हैं
 - पहली मुहब्बत
 - मधुमास
 - माँ
 - मोनालिसा
 - वर्ण पिरामिड
 - विडम्बना
 - शुभ दीपावली
 - सरस सावन
 - साथ-साथ
 - सावन की घटा
 - सफ़र मेरा सुहाना हो गया
 - क़लम और स्याही
 - ख़ुश्बू पसीने की
 
 - लघुकथा
 - 
              
- अपने हिस्से का आसमान
 - असामाजिक
 - आँखें
 - आत्मा की तृप्ति
 - आस्तीन का साँप
 - उदासी
 - कचरे में मिली लक्ष्मी
 - कबीरा खड़ा बाज़ार में
 - कमी
 - कश्मकश
 - गुलाब की ख़ुश्बू
 - घोड़े की सवारी
 - चिराग़ तले अँधेरा
 - चिरैया बिना आँगन सूना
 - चेहरे का रंग
 - जहाँ चाह वहाँ राह
 - जीत
 - जुगाड़
 - जोश
 - ठेकुआ
 - डस्टबिन
 - डाकिया
 - तक़दीर
 - दर्द
 - दाँव
 - दीये का मोल
 - दो टूक बात
 - धिक्कार
 - धूप और बारिश
 - धृतराष्ट्र अभी भी ज़िन्दा है
 - नई दिशा
 - नहीं
 - नास्तिक
 - नीम तले
 - नीम हकीम ख़तरा-ए-जान
 - पहचान
 - पहली पगार
 - पुरानी किताबें
 - पुश्तैनी पेशा
 - प्याजी
 - प्यासा पनघट
 - बदलाव
 - बरकत
 - बहू
 - बहू की भूमिका
 - बुड़बक
 - ब्लड प्रेशर
 - भीख
 - भेदभाव
 - महँगाई मार गई
 - माँ की भूमिका
 - मैं ज़िन्दा नहीं हूँ
 - रँगा सियार
 - लड़ाई
 - लेटर बॉक्स
 - विकल्प
 - शुक्रगुज़ार
 - संवेदना
 - सतरंगी छटा
 - सन्नाटा
 - सपने
 - सफलता का राज़
 - समझदारी
 - सम्बन्ध
 - सम्मान
 - सर्दी
 - सर्वनाश
 - साहस
 - सिंगल मदर
 - सुकून
 - सुर्ख़ियाँ
 - सौ रुपए की सब्ज़ी
 - हैप्पी दिवाली
 - ख़ुद्दारी
 - फ़र्क़
 
 - कविता - क्षणिका
 - कविता-सेदोका
 - कविता-मुक्तक
 - अनूदित कविता
 - ललित निबन्ध
 - ऐतिहासिक
 - हास्य-व्यंग्य कविता
 - किशोर साहित्य लघुकथा
 - सांस्कृतिक आलेख
 - रचना समीक्षा
 - ललित कला
 - साहित्यिक आलेख
 - विडियो
 - 
              
 - ऑडियो
 -