वर्ण पिरामिड

15-04-2024

वर्ण पिरामिड

निर्मल कुमार दे (अंक: 251, अप्रैल द्वितीय, 2024 में प्रकाशित)

 

ये
बातें
तुम्हारी
बरसों से
मेरे मन में
अमिट छाप-सी
आज भी मौजूद हैं। 
 
मैं
तुम्हें
क्या लिखूँ, 
बनकर
हमसफ़र 
सजा दी ज़िन्दगी
इंद्रधनुष जैसी। 

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