भीतर से मैं कितनी खाली

भीतर से मैं कितनी खाली  (रचनाकार - देवी नागरानी)

50. जेनरेशन गैप है

 

कितने अर्थ पूर्ण थे बीते हुए कल के पल
तकनीकी ज्ञान के साथ, तकनीकी औज़ार देकर
हम अपनी जवाबदारियों से मुक्त हो गए हैं
उनका भविष्य उनके हाथों में सौंपकर
आने वाली पीढ़ियों की जवाबदारी से भी मुक्त हो गए हैं
क्या यह वक़्त की माँग है? 
या समय ने हमारे हाथों से वह बागडोर छीन ली है। 
कहीं ऐसा तो नहीं कि हम, 
अपनी आने वाली पीढ़ी का
विश्वास जीत नहीं पाए
क्या इसी विश्वास और अविश्वास का नाम
जेनरेशन गैप है। 

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