विशेषांक: कैनेडा का हिंदी साहित्य

05 Feb, 2022

मशीनी हाथ 
पेड़ को ज़मीन से काट 
कर देते हैं अलग 
मशीनी हाथ तने को उठा 
छाँट देते हैं डालियाँ
मशीनी हाथ घड़ देते हैं 
लकड़ी का आकार 
मानक लंबाई, चौड़ाई में 
मशीनी हाथ समेट देते हैं 
जंगल रातोंरात 
पोंछ देते हैं धरती का राग। 
मशीनी हाथ एक दिन
मशीनी मुँह तक जाने लगेंगे 
आदमी को दबोच कर। 

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