मशीनी हाथ
पेड़ को ज़मीन से काट
कर देते हैं अलग
मशीनी हाथ तने को उठा
छाँट देते हैं डालियाँ
मशीनी हाथ घड़ देते हैं
लकड़ी का आकार
मानक लंबाई, चौड़ाई में
मशीनी हाथ समेट देते हैं
जंगल रातोंरात
पोंछ देते हैं धरती का राग।
मशीनी हाथ एक दिन
मशीनी मुँह तक जाने लगेंगे
आदमी को दबोच कर।